बिलकुल अलग
मुझसे दूर
२। नभ के तारे
हैं कितने प्यारे
लेकिन दूर
३। अंतर्मन
सुन्दर पीड़ा से
खिल आया है
४.चिड़िया उड़ी
उड़कर आई है
धरती पर
५.शब्द पार
अर्थ कई मिले हैं
तुम जैसे ही
६. प्यार नहीं
परिचय हमारा
साथी हो तुम
७.आकाश नहीं
मन का विस्तार
तेरा आकार
८.अनाहूत हैं
जो आये हैं अतिथि
स्वागत है